UPI Payment Charges News in Hindi: क्या यूपीआई से पेमेंट करने पर लगेगा चार्ज?

UPI Payment Charges News in Hindi: क्या यूपीआई से पेमेंट करने पर लगेगा चार्ज?

UPI Payment Charges News in Hindi: क्या यूपीआई से पेमेंट करने पर लगेगा चार्ज? – दोस्तों अगर आप ने भी यूपीआई चार्ज को लेकर नई खबर सुनी है, जिसमे ये जानकारी सामने आई है कि अगर आप गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे डिजिटल माध्यमों से पेमेंट करते है, तो यूपीआई चार्ज लगेगा। तो चलिए दोस्तों देखते है कि ये ख़बर कहा तक सच है।

UPI Payment Charges News in Hindi?

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते है कि वर्तमान समय में आपको खरीदारी करने के लिए न तो कैश की जरूरत है और न ही किसी कार्ड की। क्यों कि अगर आपके पास आपका मोबाइल फोन है, तो आप आसानी से जितनी चाहें उतनी खरीदारी कर सकते हैं।

नोटबंदी के बाद लोगों को यूपीआई पेमेंट की ऐसी आदत हो गई कि लोग कैश पेमेंट को तो भूल ही गए है। मोबाइल के इस लेटेस्ट दौर में आप छोटी से बड़ी खरीदारी के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं।

UPI Payment Charges News in Hindi: क्या यूपीआई से पेमेंट करने पर लगेगा चार्ज?
UPI Payment Charges News in Hindi: क्या यूपीआई से पेमेंट करने पर लगेगा चार्ज?

लेकिन दोस्तों यूपीआई पेमेंट को लेकर एक नई खबर सामने आई है कि, यूपीआई से पेमेंट करना अब आपको महंगा पड़ने वाला है। क्यों कि दोस्तों एक ऐसी खबर सामने निकल कर के आई है जिसमे आपको ₹2,000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर 1.1 प्रतिशत का शुल्क लगेगा।

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूपीआई पेमेंट यानी अगर आप गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे डिजिटल माध्यमों से ₹2 हजार रुपये से ज्यादा का भुगतान करने पर हो सकता है कि आपको थोड़ी-सी और जेब ढीली करनी पड़ जाए, लेकिन इसमें थोड़ा पेच है। अगर आप बैंक अकाउंट लिंक्ड पेमेंट करते हैं तो आपके लिए कुछ भी नहीं बदला है।

यूपीआई पेमेंट शुल्क कब लिया जाएगा – UPI Payment Shulk Kab Liya Jayega?

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने सर्कुलर में सुझाव दिया है कि ₹2000 रुपये से अधिक के भुगतान पर आपसे 1.1% शुल्क लिया जाएगा। यह सुझाव दिया गया है कि यूपीआई के माध्यम से व्यापारी लेनदेन प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) शुल्क को आकर्षित कर सकते हैं।

NPCI के सर्कुलर के अनुसार, ₹2000 रुपये से ऊपर के यूपीआई ट्रांजैक्शन पर आपको 1.1% फीसदी चार्ज देना पड़ सकता है। इस खबर के आने के बाद लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठने लगे। सवाल यह है कि क्या इस फैसले के बाद यूपीआई यूजर्स के लिए महंगा हो जाएगा? क्या यह शुल्क सभी प्रकार के ऑनलाइन भुगतान पर लागू होने जा रहा है या यह किसी विशेष खंड को प्रभावित करने वाला है?

NPCI ने अपने सर्कुलर में साफ तौर पर कहा है कि इस बदलाव का असर ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा। ग्राहकों को कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। बैंक खातों से जुड़े यूपीआई लेनदेन के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। वे पहले की तरह पूरी तरह फ्री हैं। पीपीआई वॉलेट पर ही शुल्क लगाया जाएगा, जिसका भुगतान व्यापारी को करना होगा। इसके लिए ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

क्या आप अब भी यूपीआई चार्ज को लेकर कंफ्यूजन में है तो इसे समझ लीजिए – Kya Aap Ab Bhi UPI Charge Ko Lekar Confusion Me Hai To Ise Samaj Ligiye?

दोस्तों आसान शब्दों में बता दें कि इंटरचेंज फीस का भुगतान, भुगतान सेवा प्रदाताओं द्वारा बैंकों जैसे वॉलेट जारीकर्ताओं को किया जाता है। ये वॉलेट एक्सक्लूसिव तौर पर पेटीएम, फोनपे, गूगलपे आदि ऑनलाइन पेमेंट इनेबलर हैं।

अगर आप यहां की खबरों को एक लाइन में समझेंगे तो इसका आप पर कोई असर नहीं पड़ेगा। साथ ही वॉलेट से ट्रांजैक्शन पर कोई चार्ज नहीं देना होगा। यह पूरी तरह से बैंक और व्यापारी के बीच का मामला है।

दोस्तों अगर आप यूपीआई के जरिए पेमेंट करते हैं तो आपसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। अगर आप वॉलेट से भी करते हैं तो भी कोई चार्ज नहीं लगेगा। यह शुल्क व्यापारी और उनके बैंक के बीच का मामला है जिसके लिए आपने स्कैनर के लिए भुगतान किया था।

एक अप्रैल से दुकानदार (व्यापारी) के लिए यह महंगा हो जाएगा। UPI QR के जरिए जब पैसा दुकानदार के बैंक खाते में जाएगा तो उसे उस राशि पर 1.1% फीसदी इंटरचेंज चार्ज देना होगा।

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क्या यूपीआई भुगतान महंगा हो जाएगा?

NPCI की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार, यह चार्ज मर्चेंट यूपीआई ट्रांजेक्शन पर लगेगा। यानी यह शुल्क बैंकों और प्रीपेड वॉलेट के बीच पीयर टू पीयर (पी2पी) और पीयर टू मर्चेंट (पी2एम) लेनदेन पर लागू नहीं होगा।

यानी आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप बिना किसी परेशानी और चिंता के यूपीआई का उपयोग कर सकते हैं। आपको कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। सीधे शब्दों में कहें तो UPI पेमेंट बिल्कुल फ्री है। आपके लिए कुछ भी नहीं बदला है। यूपीआई बैंक ट्रांसफर में कुछ भी नहीं बदला है।

यूपीआई चार्ज किसे देना होगा?

दोस्तों बता दें कि नया ऑफर केवल वॉलेट/पीपीआई के लिए है। यानी अगर आप वॉलेट से 2 हजार से ज्यादा का ट्रांजैक्शन करते हैं तो आपसे इंटरचेंज फीस ली जा सकती है, लेकिन यह चार्ज मर्चेंट लेगा।

यानी अगर आप वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) के जरिए यूपीआई पेमेंट करते हैं तो आपको इंटरचेंज फीस देनी होगी। यह शुल्क आपके द्वारा व्यापारी को किए गए कुल भुगतान का 1.1% होगा।

वह भी तब जब यह ट्रांजैक्शन ₹2000 रुपये से ज्यादा का होगा। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसा डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के मामले में होता है। बैंक टू बैंक ट्रांजैक्शन अभी भी पूरी तरह फ्री है।

यह शुल्क व्यापारी को देना होगा। यहां मर्चेंट का मतलब आसान भाषा में उस दुकानदार को समझें, जिसे आप यूपीआई के जरिए पेमेंट कर रहे हैं।

क्या यूपीआई चार्ज का असर आम जनता पर पड़ेगा?

इंटरचेंज चार्ज लगने से आम आदमी की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इंटरचेंज चार्ज का भुगतान मर्चेंट द्वारा वॉलेट या कार्ड जारीकर्ता को किया जाता है। ऐसे में ₹2000 रुपये से कम भुगतान करने वाले व्यापारी पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

इस सर्कुलर के अनुसार, यदि आप अपने बैंक से अपने प्रीपेड भुगतान साधन जैसे पेटीएम, फोनपे जैसे वॉलेट में पैसा जोड़ते हैं, तो पेटीएम, फोनपे जैसी कंपनी को लेनदेन लोड करने के लिए भेजने वाले बैंक को 15 आधार अंक का भुगतान करना होगा।

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